हाजरी लिखवाता हूँ हर ग्यारस में भजन लिरिक्स
हाजरी लिखवाता हूँ हर ग्यारस में भजन लिरिक्स -
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में,
मिलती है तन्खा, मिलती है तन्खा,
मुझे बारस में,
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में ॥
दो दिन के बदले में तीस दिनों तक मौज करूँ,
अपने ठाकुर की सेवा भजनो से रोज करूँ,
रहता है तू सदा, रहता है तू सदा,
भक्तो के वश में,
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में ॥
दो आंसू जब बह जाते है चरणों में तेरे,
करता घर की रखवाली जाकर तू घर मेरे,
झूठी ना खाता हूँ, झूठी ना खाता हूँ,
दर पे मैं कस्मे,
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में ॥
दुनिया की सब मौजे छूटे ग्यारस न छूटे,
श्याम के संग हरबार तेरे दर की मस्ती लुटे,
मिल गया तू मुझे, मिल गया तू मुझे,
भजनो के रस्मे,
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में ॥
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में,
मिलती है तन्खा, मिलती है तन्खा,
मुझे बारस में,
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में ॥
लोकप्रिय भजन लिस्ट -
- ग्यारस चांदण की आई भगता मिल ज्योत जगाई लिरिक्स
- ग्यारस मैया से मिलन कैसे होय सातों खिड़की बंद पड़ी लिरिक्स
- श्री राम जानकी बैठे है मेरे सीने में लिरिक्स
- पकड़ लो हाथ बनवारी नहीं तो डूब जाएंगे भजन लिरिक्स
- जरा फूल बिछा दो आँगन में, मेरी मैया आने वाली है भजन लिरिक्स
- तेरा भवन सजा जिन फूलो से भजन लिरिक्स
- आरती कुंजबिहारी की लिरिक्स
- मेरी माँ दे लम्बे बाल भजन लिरिक्स
- अंगना पधारो महारानी भजन लिरिक्स
- अच्युतम केशवम भजन लिरिक्स